वैज्ञानिकों की मानें तो बुरे सपने किसी भी अन्य सपने की तरह ही होते हैं। जो व्यक्ति के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी होते हैं। ये सपने उन सभी आशंकाओं को मन से दूर करने में मदद करते हैं जिन्हें व्यक्ति अपने दिल के भीतर किसी कोनें में दबाकर रखता है। इसके अलावा ऐसी बातें जिन पर व्यक्ति बात करने से भी बचता है। बावजूद इसके इस तरह के डरावने सपने तब चिंता का विषय बनने लगते हैं जब ये रोज-रोज आकर व्यक्ति के रोजमर्रा के जीवन को प्रभावित करने लगते हैं।
स्क्रीन से दूरी बनाए रखें: सोने से पहले मोबाइल, लैपटॉप या टीवी का इस्तेमाल कम से कम करें, क्योंकि इनसे नींद की गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है।
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अगर आपकी भी डरावने सपने आने की वजह से दिनभर की गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं, तो यह समय उन्हें कुछ घरेलू उपाय आजमाकर कंट्रोल करने का है। आइए जानते हैं कैसे।
पूरी रात सपने क्यों आते हैं, इसके बारे में कई सिद्धांत हैं, लेकिन कोई भी निश्चित रूप से नहीं जानता। कुछ शोधकर्ताओं का ऐसा कहना है कि सपनों का कोई उद्देश्य या अर्थ नहीं more info होता है। जबकि दूसरे कहते हैं कि हमें अपने मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए सपनों की ज़रूरत है। तो सपने क्यों आते हैं? क्या यह इसका जवाब हो सकता है।
कई बार लोगों को नींद में ऐसा एहसास होता है कि कोई उनका पीछा कर रहा है.
वृंदावन में प्रेमानंद जी महाराज से मिलने पहुंचे अनुष्का शर्मा और विराट, हाथ जोड़कर सामने रखी अपने मन की बात
प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक सिगमंड फ्रायड का सपने क्यों आते हैं इसे लेकर ऐसा मानना था कि सपने हमारे अवचेतन मन की एक खिड़की की तरह होते हैं और ये हमे उस व्यक्ति के बारे में बताते हैं, जैसे:
यह खौफ का ऐसा मंजर होता है, जिसमें आप अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर छिपते हैं.
अगर नहीं तो बता दें, स्वप्न शास्त्र के अनुसार हर सपने का अपना अलग मतलब होता है.
The demonstrate has focused on marriage interactions, loved ones dysfunction, and the thought of women's empowerment. The show's plot is relatable, and its viewership has been steadily expanding.
सपनो का आपकी नींद पर नकारात्मक असर पड़ता है, यही नहीं यह आपके मानसिक तनाव को भी बढ़ा सकता है। चित्र : अडॉबीस्टॉक
दरअसल, साइंस भी अभी तक इस राज को नहीं सुलझा सकी है कि ऐसा होता क्यों है?
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